ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड से कैसे बचें ? - Online Shopping Scams - Online Shopping Frauds Complaint
🔍 ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड – बढ़ती समस्या, घटती सावधानी
आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन शॉपिंग हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी है। Flipkart, Amazon, Meesho, Myntra, Ajio जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर कुछ क्लिक में कोई भी चीज़ घर बैठे मंगाई जा सकती है। लेकिन जहां सुविधा है, वहां खतरे भी हैं। इंटरनेट पर online shopping scams के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड क्या है?
जब कोई व्यक्ति या संगठन आपको धोखा देने के उद्देश्य से नकली वेबसाइट, नकली ऑफर, या फेक कॉल्स के ज़रिए पैसे ऐंठने की कोशिश करता है, तो उसे ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड कहा जाता है।
यह फ्रॉड कई प्रकार से हो सकता है – जैसे कि नकली वेबसाइट पर ऑर्डर देना, पेमेंट करने के बाद प्रोडक्ट न मिलना, या नकली प्रोडक्ट मिलना।
💡 ऑनलाइन फ्रॉड कैसे काम करता है? – एक सरल उदाहरण
मान लीजिए
आपको WhatsApp पर
एक मैसेज आता है:
"Apple
iPhone 15 सिर्फ
₹4999 में!
सिर्फ आज के
लिए। लिंक पर क्लिक करें – "www.applestore-offer.in"
अब आप खुश
होकर क्लिक करते हैं, और
वेबसाइट भी एकदम Apple की
जैसी दिखती है।
आप
₹4999 का
भुगतान कर देते हैं। लेकिन:
- न कोई ऑर्डर कन्फर्मेशन आता है
- न कस्टमर सपोर्ट है
- और न ही फोन
यह क्लासिक "फेक वेबसाइट" फ्रॉड है। ये स्कैमर आमतौर पर पैसा लेने के बाद वेबसाइट ही हटा देते हैं।
online shopping scams online shopping frauds complaint
ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड के मुख्य प्रकार
1. फर्जी वेबसाइट फ्रॉड
कुछ स्कैमर्स असली वेबसाइट की हूबहू कॉपी बनाकर लोगों को धोखा देते हैं। जैसे कि "amaz0n.in", "flipkart-offer.net" जैसे नाम दिखते हैं, पर ये असली नहीं होते।
2. फेक ऑफर और डिस्काउंट फ्रॉड
"iPhone 15 केवल ₹4,999 में!" जैसी ऑफर वाली WhatsApp या SMS लिंक अक्सर फेक होती हैं। इन पर क्लिक करके आप फर्जी साइट्स पर पहुँचते हैं।
3. पेमेंट गेटवे फ्रॉड
कई बार स्कैमर QR कोड भेजकर कहते हैं – "पेमेंट रिफंड के लिए स्कैन करें", लेकिन असल में वो पैसे निकाल लेते हैं।
4. फेक कस्टमर केयर फ्रॉड
कुछ लोग खुद को कस्टमर केयर बताकर कॉल करते हैं और बैंक डिटेल्स, OTP मांगते हैं।
5. सोशल मीडिया से फ्रॉड
Instagram, Facebook पर कई ऐसे पेज होते हैं जो बगैर रिव्यू या प्रमाण के सस्ते प्रोडक्ट का विज्ञापन करते हैं। पैसा लेने के बाद प्रोडक्ट भेजा ही नहीं जाता।
⚠️ Fake Website vs Real Website – फर्क कैसे पहचानें
- असली वेबसाइट: https://www.amazon.in
- नकली वेबसाइट: http://amaz0n-offer.shop
- असली वेबसाइट: ब्राउज़र में 🔒 लॉक आइकन दिखता है (Secure)
- नकली वेबसाइट: 🔓 लॉक नहीं होता या “Not Secure” लिखा आता है
नकली वेबसाइट: अनजान गेटवे या Broken लिंक
नकली वेबसाइट: केवल WhatsApp नंबर या कोई संपर्क ही नहीं
असली वेबसाइट: 1 लाख+ Followers, Real Reviews होते हैं
नकली वेबसाइट: Zero Reviews या सिर्फ फेक Comments
📞 फर्जी कस्टमर केयर कॉल्स की सच्चाई
आजकल Google पर "Flipkart Customer Care Number" सर्च करने पर स्कैम नंबर ऊपर आते हैं।
ये लोग आपको Call करके कहते हैं:- “Sir, आपके प्रोडक्ट का रिफंड प्रोसेस करना है। कृपया अपना कार्ड नंबर और OTP बताएं।”
- यही आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है।
✅ सिर्फ Flipkart/Amazon App के अंदर से ही Contact करें।
यह भी पढे: EMI से खरीदारी करते समय होने वाली 5 बड़ी गलतियाँ
🛡️ ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम से बचने के लिए 15 ज़रूरी और व्यावहारिक सुझाव
भारत में हर दिन हजारों लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, लेकिन उनमें से कई फ्रॉड का शिकार भी बनते हैं। नीचे दिए गए व्यवहारिक और आसान सुरक्षा उपाय अपनाकर आप 99% ऑनलाइन धोखाधड़ी से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं:
✅ 1. वेबसाइट का URL ध्यान से जांचें
नकली वेबसाइटें
असली साइट की हूबहू नकल करती
हैं, लेकिन
URL में
बदलाव होता है जैसे:
✔️
सही:
https://www.amazon.in
❌
गलत:
http://amaz0n-offer.shop
👉 URL में https और 🔒 लॉक आइकन जरूर देखें।
Amazon, Flipkart, Myntra, Ajio जैसी विश्वसनीय वेबसाइट से ही खरीदारी करें। नई साइट पर खरीदारी करने से पहले उसके Google रिव्यू और कस्टमर फीडबैक जरूर जांचें।
✅ 2. कभी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें
WhatsApp, SMS, Email या Facebook Messenger से आई किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है। हमेशा लिंक की वैधता जांचें।
✅ 3. UPI या QR स्कैन करते समय सतर्क रहें
"रिफंड देने
के लिए QR स्कैन
करें" – यह
बहुत आम स्कैम है।
➡️
QR कोड सिर्फ
पैसे भेजने के लिए होता है,
लेने के लिए
नहीं।
✅ 4. सस्ते ऑफर्स से सावधान रहें
अगर कोई ₹50,000
वाला फोन सिर्फ
₹4,999 में
दे रहा है, तो
यह 99% स्कैम
हो सकता है।
👉 "बहुत
अच्छा लगने वाला सौदा अक्सर
धोखा होता है।"
✅ 5. Cashback और कूपन के लालच में न आएं
"₹5000 का कूपन फ्री!" जैसी स्कीम्स अक्सर स्कैम होती हैं। पहले जांचें कि यह ऑफर असली वेबसाइट से है या फेक पेज से।
✅ 6. Cash on Delivery (COD) को प्राथमिकता दें
नई या कम ज्ञात वेबसाइट से खरीदते समय पहले COD का विकल्प चुनें। पहले सामान देखकर ही पेमेंट करें।
✅ 7. "Open Box Delivery" का विकल्प चुनें
Meesho और Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म कुछ Sellers पर Open Box Delivery की सुविधा देते हैं जिसमें आप पार्सल खोलकर चेक कर सकते हैं।
✅ 8. Instagram/Facebook पर खरीदारी से पहले रिसर्च करें
- जिस पेज से खरीद रहे हैं, उसका Google या YouTube पर नाम सर्च करें
- अन्य यूज़र की शिकायतें मिल सकती हैं
- वैरिफाई किए बिना पेमेंट न करें
✅ 9. कभी भी OTP, पासवर्ड या बैंक डिटेल्स साझा न करें
कोई भी असली कंपनी आपसे OTP या CVV नहीं मांगती। ऐसा करने वाला कोई भी व्यक्ति फ्रॉड है।
✅ 10. पब्लिक Wi-Fi से शॉपिंग न करें
Free Wi-Fi या साइबर कैफे से बैंकिंग या शॉपिंग न करें – क्योंकि आपकी जानकारी चोरी हो सकती है।
✅ 11. WhatsApp/Facebook पेज से Payment करने से बचें
यदि पेज पर Paytm, GPay नंबर दिया गया हो और वेबसाइट नहीं है, तो ज़्यादा चांस है कि वो स्कैम हो।
✅ 12. संदिग्ध एक्टिविटी होने पर तुरंत Bank को सूचना दें
अगर आपको लगे कि कोई फ्रॉड हो रहा है, तो बैंक का टोल फ्री नंबर डायल करें और कार्ड ब्लॉक करवाएं।
✅ 13. Return और Refund Policy ध्यान से पढ़ें
कई वेबसाइटों की पॉलिसी बहुत पेचीदा होती है – जानिए:
- कितने दिन में रिटर्न हो सकता है?
- रिफंड मिलेगा या सिर्फ एक्सचेंज?
✅ 14. Trusted Browser Extensions का उपयोग करें
ScamAdviser, Web of Trust (WOT), या Trend Micro Check जैसे ब्राउज़र टूल्स साइट की वैधता जांचने में मदद करते हैं।
✅ 15. साइबर सिक्योरिटी ऐप्स इंस्टॉल करें
- Google Play Protect,
- Norton Mobile Security,
- McAfee Mobile Security
- ये ऐप्स फ़ोन को फेक साइट्स और स्कैम से सुरक्षित रखते हैं।
📝 फ्रॉड होने पर तुरंत क्या करें?
🛑 Step 1: बैंक को तुरंत कॉल करें
– Debit/Credit Card Block करवाएं
–
Fraudulent ट्रांज़ैक्शन
को रिपोर्ट करें
🛑 Step 2: https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
– शिकायत करने
के लिए आपको ID Proof और
ट्रांज़ैक्शन डिटेल्स लगानी
होंगी
– शिकायत
ID Save करें
🛑 Step 3: पुलिस में FIR दर्ज कराएं
– खासकर तब जब फ्रॉड की राशि ₹5000+ हो
🛑 Step 4: Consumer Helpline पर शिकायत
➡️ https://consumerhelpline.gov.in
🧠 अंतिम सुझाव – जागरूक बने रहें, पैसा बचाएं
- जितनी समझदारी आप किसी दुकान से सामान खरीदते समय दिखाते हैं, उतनी ही ऑनलाइन भी दिखाएं।
- लालच में ना आएं, हर "सस्ता सौदा" सुरक्षित नहीं होता।
- ऑनलाइन खरीदारी में जल्दबाज़ी नुकसानदायक हो सकती है – सोच-समझकर निर्णय लें।
- अनजान लिंक पर क्लिक करने से पहले दो बार सोचें – धोखा छुपा हो सकता है।
- सोशल मीडिया पर दिखने वाले ‘लकी ड्रॉ’ या ‘फ्री गिफ्ट’ के झांसे में न आएं।
अगर आप ऐसी ही स्मार्ट शॉपिंग गाइड पढ़ना चाहते हैं तो हमारी वेबसाईट TrendVenom को सबस्क्राइब करें।
अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ ज़रूर शेयर करें। ताकि वो भी सतर्क रह सकें।